पूर्व लोक अभियोजक स्व. मुन्नीलाल यादव की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित
न्यायाधीशों-अधिवक्ताओं ने दी श्रद्धांजलि, गरीबों को भोजन कराकर पुत्र अनीश यादव ने निभाई पिता की सेवा परंपरा


बक्सर | 1st News Bihar
व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सह पूर्व लोक अभियोजक स्व. मुन्नीलाल यादव की प्रथम पुण्यतिथि पर सोमवार को सिविल कोर्ट स्थित पुस्तकालय भवन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला जज सहित कई न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ताओं ने उनके तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
सभा की अध्यक्षता जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने की। इस दौरान वक्ताओं ने स्व. यादव को ईमानदार, न्यायप्रिय और समाजसेवी व्यक्तित्व के रूप में याद किया।
जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव बिंदेश्वरी प्रसाद पांडेय ने बताया कि स्व. यादव छोटकी सारीमपुर मोहल्ला के निवासी थे और उन्होंने वर्ष 1974 से अधिवक्ता के रूप में सेवा शुरू की थी। अपनी सौम्य, मिलनसार और संवेदनशील छवि के कारण वे अधिवक्ताओं और न्यायिक समुदाय के बीच अत्यंत सम्मानित थे।
उन्होंने बताया कि 1990 के दशक में स्व. यादव जनता दल से जुड़े रहे और उससे पूर्व दमकिया दलित मजदूर किसान पार्टी के प्रमुख नेता के रूप में सक्रिय राजनीति में भी अपनी भूमिका निभाई।
वर्ष 1992 में बक्सर जिला के गठन के बाद उन्हें पहले लोक अभियोजक (Public Prosecutor) के रूप में नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल को न्यायप्रियता, निष्पक्षता और सामाजिक समर्पण के आदर्श के रूप में याद किया जाता है।
गरीबों को भोजन कराकर दी गई सच्ची श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि सभा के साथ-साथ उनके छोटे पुत्र अधिवक्ता अनीश यादव ने अपने पिता की स्मृति में ‘रोटी बैंक’ के माध्यम से बक्सर रेलवे स्टेशन पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया।
उन्होंने कहा — “यह हमारे पिता की मानवता और सेवा भावना को आगे बढ़ाने का एक छोटा प्रयास है।”
👥 कार्यक्रम में उपस्थित रहे कई गणमान्य अधिवक्ता
इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बबन ओझा, रामनाथ ठाकुर, शिवजी राय, सरोज उपाध्याय, शेषनाथ सिंह, विनोद कुमार सिंह, मथुरा चौबे, रविंद्र यादव, अनीश यादव, धीरज ठाकुर, अमित यादव, अरुण तिवारी, राघव पांडेय, एम.डी. खुर्शीद, रंजना यादव, स्वीटी श्रीवास्तव समेत अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।
सभा के अंत में सभी ने दो मिनट का मौन रखकर स्व. मुन्नीलाल यादव की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
